Thursday, September 17, 2009

गजल - विकल्प छैन!!!!

तिमी हुनुको विकल्प छैन !!
सम्झी रुनुको विकल्प छैन !!

मानशपटमा छाइ रहने त्यो,
छुनु मुनुको विकल्प छैन!!

भन्थ्यौ साथै हुन्छु हर्दम् ,
मुटु छुनुको विकल्प छैन !!

यादमा बहेका ति आशुले नै,
पिडा धुनुको विकल्प छैन!!

1 comment:

sadeep suman said...

great jitendra jee...